गुरुवार, 4 नवंबर 2010

ये दिवाली कुछ कहती है .....



     आप सभी ब्लागर साथियों को इस दिवाली की बहुत-२ सुभकामनाये, आप सभी का भविष्य  भी दिवाली की तरह उज्जवल हो व जीवन खुशियों से  रोशन रहे.......! समय के   अभाव से हम   सभी ब्लॉगों पर नहीं आपाते इसके लिए आप सभी से हाथ जोड़कर क्षमा चाहेंगे !   यहाँ आज  मैं  कुछ क्षणिकाएं लिखने की कोशिस कर रहा  हूँ  आप अपनी     प्रतिकिर्या जरुर देवें !



    (१) दीप *
    अब इन्तेजार के दिये बुझने लगे हैं ....
    तेरी उम्मीदों के  नए  दिये  जला रहा हूँ आज ..
    तुमने ही तो कहा था ..
    तुम्हारे आंगन में अँधेरा बहुत  है !
   



 

    (२) पटाखे **
    ये दुनिया भी अजीब है ...
   धमाको पर ज्यादा ध्यान देती है !
   ठीक ही तो है ....
   दिल टूटने की आवाज जो नहीं होती !

 



    (३) मिठाई ***
      दिल को यकींन  था
      मोहब्बत में वफ़ा  मेलेगी ....
      पर ये क्या ?
      इसमें भी धोखा  मिलाया गया है ..!

    


  पर आप मिठाइयाँ खरीदने में बिलकुल न धोखा  खाइएगा .... इसी के साथ एक बार फिर से आप सभी को दिवाली के पावन पर्व की हार्दिक बधाई .........!